Adani Group Stocks: अदाणी पोर्ट्स के शेयर दो महीने में 62 फीसदी चढ़ गए हैं और वैश्विक ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) को इसमें आगे भी बंपर तेजी का रुझान दिख रहा है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आने के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों की पिटाई शुरू हो गई थी। इसके चलते ग्रुप की पोर्ट इकाई अदाणी पोर्ट्स एंड इकनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone) के शेयर 3 फरवरी 2023 को 394.95 रुपये के भाव पर आ गया था जो एक साल का निचला स्तर है। हालांकि इस लेवल से यह 62 फीसदी से अधिक रिकवर हो चुका है।
गोल्डमैन के मुताबिक मौजूदा लेवल से यह 26 फीसदी और ऊपर चढ़ सकता है। इसके शेयर बीएसई पर 641.80 रुपये के भाव (Adani Ports Share Price) पर हैं। हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को रिपोर्ट जारी की थी जिसमें अदाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनुपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया गया था। अदाणी ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इनकार किया था लेकिन शेयरों में दबाव बना रहा।
Adani Ports पर ब्रोकरेज क्यों लगा रहा दांव
अदाणी पोर्ट्स का कार्गो वॉल्यूम वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 9 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। फाइलिंग के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में अदाणी पोर्ट्स का कार्गो वॉल्यूम 33.9 करोड़ मीट्रिक टन पर पहुंच गया जो इसके पूर्व अनुमान 33.7 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक है। अदाणी पोर्ट्स पिछले कुछ वर्षों से लगातार बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही है। मार्च में इसने 3.2 करोड़ मीट्रिक टन का कार्गो हैंडल किया जो सालाना आधार पर 9.5 फीसदी अधिक रहा। जुलाई 2022 के बाद से पहली बार इसने 3 करोड़ मीट्रिक टन कार्गो हैंडल किया।
वहीं कंपनी ने देश में पूरे वित्त वर्ष में सालाना आधार पर 5 फीसदी अधिक 86 लाख टीईयू (ट्वेंटी फुट इक्विवैलेंट यूनिट) कंटेनर हैंडल किया। इसमें से 66 लाख टीईयू तो अकेले मुंदड़ा पोर्ट से हैंडल किया गया। 15.5 करोड़ मीट्रिक टन की कार्गो हैंडलिंग के साथ यह देश की सबसे बड़ी सी-पोर्ट बनी हुई है। वहीं इसका लॉजिस्टिक्स बिजनेस सेगमेंट भी रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया। हाल ही में कंपनी ने एनसीएलटी के जरिए 1,485 करोड़ रुपये में कराईकल पोर्ट का अधिग्रहण कर लिया है। मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक इस पोर्ट ने वित्त वर्ष 2023 में 1 करोड़ मीट्रिक टन को हैंडल किया जबकि उसे दो वित्त वर्ष पहले यानी FY20 और FY21 में यहां से रेवेन्यू कम हुआ था।
किस टारगेट पर निवेश की सलाह
गोल्डमैन के मुताबिक अगले दो साल में कंपनी का मुनाफा सुधर सकता है जिसके चलते निवेश के लिए यह काफी आकर्षक दिख रहा है। इसकी वजह से ब्रोकरेज ने इसे 810 रुपये के टारगेट प्राइस पर खरीदारी की रेटिंग दी है। वहीं एक और ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनले ने इसे ओवरवेट की रेटिंग दी है और 690 रुपये का टारगेट फिक्स किया है।
Tags: #share markets
First Published: Apr 07, 2023 2:53 PM
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