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राजस्थान विश्वविद्यालय के गेट पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा यानी RAS2024 की परीक्षा का डेट आगे बढ़ाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने जुलाई 2023 में RAS 2023 की परीक्षा की घोषणा की थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई और अब RAS 2024 की परीक्षा इसी महीने कराने की घोषणा कर दी. इनका कहना है कि जो भविष्य में RAS 2023 का रिजल्ट निकलने पर पास होंगे वो भी RAS 2024 में बैठेंगे यानी बहुत सारे परीक्षार्थी दोनों हीं परीक्षाओं में पास होंगे लिहाज़ा सीटें बेकार हो जाएगी. धरने पर बैठी मनस्विनी का कहना है कि हम अपनी पढ़ाई बर्बाद करके यहां बैठे हैं. ये बस सीटों की डुप्लिकेसी की समस्या नहीं है बल्कि आरपीएससी की फंक्शनल समस्या है जो हमें बार बार सड़कों पर उतरना पड़ता है.
परीक्षा को आगे बढ़ाने के लिए लिखी चिट्ठी
बेरोजगार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से लेकर भगवान राम तक की तस्वीर लगा रखी है. जितने मंत्रियों ने इस परीक्षा को आगे बढ़ाने के लिए चिट्ठी लिखी है साथ ही चिट्ठियों के बैनर भी लगा रखे हैं. दरअसल, साल 2012 से कोई भी आरएएस की परीक्षा नहीं हुई. राजस्थान लोकसेवा आयोग पहले से हीं एक दर्जन परीक्षाओं में पेपर लीक की वजह से जांच के दायरे में हैं और अब परीक्षा कराने उतरे तो बेरोजगारों को लग रहा है कि उनकी सालों की मेहनत बेकार जाएगी. बेरोजगार परीक्षार्थी अभिषेक शर्मा का कहना है कि 2023 की परीक्षा देने वाले भी परेशान हैं कि 2023 के इंटरव्यू की तैयारी करें या 2024 के मेन्स की तैयारी करें.
साढ़े चार लाख छात्रों ने दी थी परीक्षा
दस साल फौज की नौकरी करने वाले राजवीर सिंह ऑपरेशन सिंदूर का बैनर लेकर बैठे है. इनका कहना है कि 400 एक्स आर्मी मैन ने भी आरएएस 2024 के लिए अप्लाई किया है, जिनकी ऑपरेशन सिंदूर की वजह से छुट्टियां कैंसिल हो गई हैं. एक्स आर्मी मैन रूल के तहत आखिरी साल में सैनिक परीक्षा में बैठने के लिए योग्य होते है. राजवीर कह रहे हैं कि ड्यूटी से सैनिक हमें चिट्ठी लिख रहे हैं. कल से भूख हड़ताल का ऐलान किया है. RAS 2023 में 972 पदों पर साढ़े छे लाख फार्म भरे थे और साढ़े चार लाख बैठे थे.
17-18 जून को होने वाली है आरएएस 2024 की परीक्षा
सबसे बड़ी बात है उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी और उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा समेत एक दर्जन मंत्री इस परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने के लिए अपनी सरकार को भी लिख चुके हैं. सभी मंत्रियों का कहना है कि हम तो सिर्फ कह सकते हैं, विभाग तो मुख्यमंत्री जी के अंदर आता है. बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ तो अपनी हीं सरकार से परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे है. आरएएस के अलावा शिक्षक फर्स्ट ग्रेड यानी स्कूल लेक्चरर के लिए होने वाली परीक्षा की तारीख बढ़ाने के लिये भी बेरोजगार आंदोलन कर रहे हैं.
इनका कहना है कि 23 जून 3 जुलाई के लिए राजस्थान लोकसेवा आयोग परीक्षा का आयोजन कर रहा है जबकि इन्हीं तारीखों को यूजीसी नेट की भी परीक्षा है. इस बार यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं में एपियर होने वाले छात्रों को भी चांस नहीं दे रहे हैं जबकि विश्वविद्यालय एमए की अप्रैल के परीक्षा अभी जून में करवा रही है. ऐसे में लंबे समय से इस परीक्षा का इंतज़ार कर रहे बेरोजगारों को बड़ा नुकसान हो जाएगा. बेरोजगार नेता मनोज मीणा का कहना है कि आरपीएससी बिल्कुल मनमानी पर उतर आई है, जैसा मन करता है वही करता है. वहां पर किससे बात की जाए पता ही नहीं है. परीक्षा की तारीख़ नहीं बढ़ी तो हजारों छात्र प्रभावित होंगे.
3350 पदों पर 5 लाख 85 हज़ार उम्मीदवारों ने भरा फॉर्म
फर्स्ट ग्रेड स्कूल लेक्चरर के लिए 3350 पदों पर 5 लाख 85 हज़ार बेरोजगारों ने फार्म भरा है. दरअसल, जिस राजस्थान लोक सेवा आयोग के ऊपर राजस्थान के बेरोजगारों को नौकरियां देने की ज़िम्मेदारी है वो ख़ुद ही बेरोज़गार है. पिछले एक साल से ज़्यादा समय से राजस्थान लोक सेवा आयोग में चेयरमैन नहीं है. इसके दो सदस्य पेपर लीक आरोप में जेल में हैं. 7 सदस्य वाले राजस्थान लोक सेवा आयोग में केवल चार सदस्य हैं, जिनमें से चार रिटायर होने वाले हैं. इनमें से कई सदस्य परीक्षाओं में अनियमितताओं के लिए जांच के दायरे में रहे है.
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