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"वैसे तो मालूम नहीं कि कब भारत देखने का मौक़ा मिलेगा और अगर भारत में क्रिकेट देखने को मिले तो क्या ही बात है. लेकिन समस्या यह है कि अभी तक पाकिस्तानियों के लिए भारत का वीज़ा ही नहीं खोला गया है."
यह कहना है पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में रहने वाले ज़ीशान अली का. वो क्रिकेट के प्रशंसक हैं. ज़ीशान विश्व कप क्रिकेट के मैच देखने के लिए भारत जाना चाहते हैं.
ज़ीशान ने बीबीसी से कहा, "मैंने कुल तीन मैचों के टिकट ख़रीद रखे हैं, इनमें पाकिस्तान बनाम भारत, पाकिस्तान बनाम श्रीलंका और पाकिस्तान बनाम अफ़ग़ानिस्तान के मैच शामिल हैं.''
ज़ीशान इंतज़ार के इन लम्हों में निराशा के भी शिकार हो रहे हैं.
वो कहते हैं, "मैं होटल की बुकिंग भी करवा चुका हूं लेकिन अफ़सोस इस बात का है कि अभी तक पाकिस्तानियों के लिए वीज़ा ही नहीं खोले गए हैं. अब तो इंतज़ार की वजह से मेरा अपना उत्साह भी कम होता जा रहा है."
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वर्ल्ड कप क्रिकेट की शुरुआत पाँच अक्टूबर को अहमदाबाद में हो चुकी है. हर चार साल बाद सजने वाले क्रिकेट वर्ल्ड कप के इस मेले का शुरुआती मैच गुरुवार को इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया. पाकिस्तान का पहला मैच शुक्रवार को नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ है.
दूसरी ओर सैकड़ों पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों को भारत से वीज़ा जारी किए जाने का इंतज़ार है.
वर्ल्ड कप का मेज़बान देश होने के कारण इस टूर्नामेंट को देखने दुनिया भर से हज़ारों क्रिकेट प्रेमी भारत पहुंच रहे हैं.
ज़ीशान के अनुसार, उन्होंने भारत-पाकिस्तान मैच का एक टिकट 27 हज़ार रुपये में ख़रीदा है.
नियम के अनुसार, अगर आप भारत का वीज़ा लेने के लिए इच्छुक हैं तो यह ज़रूरी है कि आपके पास मैच का टिकट अपने कार्ड पर ख़रीदा हुआ हो जबकि वीज़ा के लिए होटल की बुकिंग की पुष्टि दिखाना भी ज़रूरी है.
वो कहते हैं, "वैसे तो हर दिन उम्मीद जगती है कि शायद आज भारत का वीज़ा आ जाए मगर अब उम्मीद नाउम्मीदी में बदलती जा रही है."
ज़ीशान जैसे कई पाकिस्तानी इस इंतज़ार में हैं कि कब वर्ल्ड कप देखने के लिए भारत जा सकेंगे.
पाकिस्तान के केवल आम लोगों को ही नहीं बल्कि खेल कवर करने जाने वाले पत्रकारों को भी अभी तक वीज़ा जारी नहीं किया गया है.
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क्रिकेट वर्ल्ड कप देखने के लिए पाकिस्तानियों को भारत का वीज़ा मिलेगा या नहीं?
इस सवाल का जवाब हर वह पाकिस्तानी जानना चाहता है जो भारत जाकर क्रिकेट मैच देखने की इच्छा रखता है. लेकिन अभी तक इस सवाल का जवाब न तो भारत की सरकार की ओर से आया है और न ही आईसीसी इस पर कोई संतोषजनक जवाब दे सकी है.
कुछ दिन पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक बयान में यह ज़रूर कहा था कि पाकिस्तानी पत्रकारों और क्रिकेट प्रेमियों को कितने वीज़ा जारी किए जाएंगे इसके बारे में अभी कोई फ़ैसला नहीं किया गया है. विदेश मंत्रालय और आईसीसी वीज़ा की संख्या पर काम कर रहे हैं.
बीसीसीआई का कहना था, "हम कुछ पाकिस्तानी क्रिकेट प्रेमियों को वर्ल्ड कप के मैचों के लिए वीज़ा जारी करेंगे."
लेकिन इस संक्षिप्त और अस्पष्ट बयान के बाद बीसीसीआई और भारत सरकार ने चुप्पी साध ली है.
दूसरी ओर भारतीय उच्चायोग के लिए पाकिस्तान में वीज़ा के आवेदन और पासपोर्ट लेने वाली कंपनी के मुताबिक़ उन्हें अभी तक भारतीय उच्चायोग की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है. इस वजह से वो अभी किसी भी उपभोक्ता के वीज़ा का आवेदन नहीं ले रहे हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले पर आईसीसी को ईमेल भी भेजा है. इसमें उन्होंने वर्ल्ड कप की मेज़बानी करने वाले देश के कोड ऑफ़ कंडक्ट का हवाला दिया है. बोर्ड ने कहा है कि पाकिस्तानी पत्रकारों और क्रिकेट प्रेमियों को अभी तक वीज़ा न देना नियमों का उल्लंघन है.
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पाकिस्तान के एक निजी टीवी के खेल पत्रकार ने बीबीसी को बताया कि उनकी वर्ल्ड कप मैचों को कवर करने की तैयारी पूरी थी, लेकिन वीज़ा न मिलने के कारण उन्होंने होटल बुकिंग और अपनी फ़्लाइट कैंसिल करवाई है.
उन्होंने कहा, "मुझे आज भारत के लिए रवाना होना था लेकिन यह संभव नहीं हो सका."
दूसरी ओर पाकिस्तान के एक निजी चैनल से जुड़ीं मारिया राजपूत ने बताया,''मुझे याद है कि ऑस्ट्रेलिया का हमारा वीज़ा तीन दिन में आ गया था जबकि आईसीसी की ओर से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी भारत ने अभी तक वीज़ा जारी नहीं किए हैं.''
उन्होंने बताया कि इस बार तो पाकिस्तान से चुनिंदा पत्रकारों के नाम ही आईसीसी ने मंज़ूर किए हैं. कई ऐसे लोग हैं जिनका यूट्यूब चैनल या डिज़िटल मीडिया से संबंध हैं. वे टिकट पर पैसे ख़र्च कर चुके हैं.
इस मामले पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा,"अब आप ख़ुद अंदाज़ा लगा लें कि पत्रकारों के साथ यह रवैया है तो आम क्रिकेट प्रेमी के बारे में तो आप बात ही न करें."
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और विदेश मंत्रालय की भूमिका पर उन्होंने दावा किया कि संबंधित अधिकारी इस मामले में ज़ोर नहीं लगा रहे हैं. पत्रकारों ने विदेश मंत्रालय को भी आईसीसी से मान्यता प्राप्त पत्रकारों की लिस्ट दी थी ताकि इस मामले को सरकारी स्तर पर उठाया जा सके, लेकिन इस बात को चार-पांच दिन गुज़र गए हैं और वहाँ से भी कोई जवाब नहीं मिल रहा है."
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इस मामले पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि पीसीबी ने इस मामले को एक से अधिक बार आईसीसी के साथ उठाया गया है.
उन्होंने कहा, "हमने उन्हें दो-तीन बार ईमेल भी किए हैं लेकिन हमें अब यह बताया गया है कि एक-दो दिन में यह समस्या हल हो जाएगी. इसके बाद पत्रकारों के लिए भारत का वीज़ा जारी होना शुरू हो जाएगा."
ध्यान रहे की क्रिकेट प्रेमियों के लिए भारत की वीज़ा पॉलिसी अभी साफ़ नहीं है और न ही कोई समय दिया गया है कि उन्हें वीज़ा जारी होगा भी या नहीं.
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