इजराइल और हमास के बीच युद्द लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हमास की ओर से इजराइल पर किए गए एक के बाद एक जबरदस्त हमलों के बाद दोनों देशों में के बीच मामला और गरम होता जा रहा है. इस बीच भारत ने हमास के हमलों पर इजराइल का समर्थन किया है. वहीं इजराइल और हमास युद्ध के चलते भारत के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी को भारी भरकम नुकसान झेलना पड़ा है.
दरअसल अडानी ग्रुप की एक कंपनी अडानी पोर्ट का कारोबार इजराइल में भी है. सोमवार को अडानी ग्रुप की इस कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. शेयरों में इस गिरावट की वजह से कंपनी का मार्केट कैप में भारी गिरावट देखने को मिली है. इस गिरावट के कारण अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड की मार्केट वैल्यु में 8561 करोड़ रुपए की गिरावट दर्ज की गई है.
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6 घंटे में 8561 करोड़ स्वाहा
सोमवार को अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड के शेयरों में 4.85 फीसदी की गिरावट रही. करीब 40 अंक लुढककर अडानी की कंपनी का शेयर 790.45 रुपए पर आ गया. शुक्रवार को जब शेयर बाजार बंद हुआ था तब इस कंपनी का शेयर 830.50 पैसे पर था. लेकिन सोमवार को बाजार खुलते ही अडानी पोर्ट्स के शेयरों में जोरदार गिरावट देखी जाने लगी. सोमवार को सुबह 9.30 बजे यह शेयर 801 रुपए के स्तर पर आ गया और बाजार बंद होते होते 3.11 बजे यह शेयर 790 रुपए के स्तर पर आ गया. इस गिरावट के बाद कंपनी को केवल 6 घंटे में 8561 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ा.
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क्यों हुआ भारी भरकम नुकसान
दरअसल देश के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी ने इजराइल में भारी भरकम निवेश किया हुआ है. अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड ने इजराइल की कंपनी गडोट के साथ मिलकर इजराइल में 1.18 अरब का निवेश किया हुआ है. इन दोनों कंपनियों में इजराइल के सबसे बड़े बदरगाह हाइफा पोर्ट की डील इन दोनों कंपनी के बीच है. अब इजराइल के खराब माहौल के कारण भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट दर्ज की गई है. शेयर बाजार में गिरावट अ असर अडानी पोर्ट पर भी दिखा है.
अडानी ग्रुप का बयान
इजराइल के हालात को देखते हुए अडानी ग्रुप ने अपने बयान में कहा है कि वह परिस्थितियों पर लगातार नजर बनाए हुए है. वहां मौजूद कंपनी के कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है. कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि अडानी पोर्ट के कुल बिजनेस में इजराइल के हाइफा पोर्ट की हिस्सेदारी बहुत कम महज 3 प्रतिशत है. वहीं कंपनी हाइफा पर बिजनेस कंटीन्यू करने के लिए तैयार है, अगर हालात में परिवर्तन होता है तो उसकी भी तैयारी कंपनी ने की हुई है.